पाण्डेय, रुपेश शिखर का शंखनाद: मंद हुआ जब कोलाहल, गूँजे मन में शब्द अधीर
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शिखर का शंखनाद: मंद हुआ जब कोलाहल, गूँजे मन में शब्द अधीर
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